India vs Australia World Cup 2023 Final टीम इंडिया को मिला बड़ा दर्द
टीम इंडिया ने एक बार फिर ICC ट्रॉफी जीतने का मौका गंवा दिया।
रविवार को अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में खेले गए वर्ल्ड कप फाइनल में ऑस्ट्रेलिया ने भारत को 6 विकेट से हरा दिया। यह 2013 के बाद से 9वां मौका है जब भारतीय टीम ने सेमीफाइनल या फाइनल मैच हारकर खिताब जीतने का मौका गंवाया है।
पूरे टूर्नामेंट में शानदार खेल दिखाने के बाद भारतीय टीम फाइनल मे आ कर मैच हार गयी !
ऑस्ट्रेलिया ने टॉस जीतकर पहले बॉलिंग चुनी। उस वक्त रोहित ने कहा कि वे अगर टॉस जीतते तो पहले बैटिंग करते। इस ग्राउंड पर इस वर्ल्ड कप के चार मैचों में से तीन में बाद में बैटिंग करने वाली टीम जीती। रोहित की मनः स्थिति डिफेंसिव थी और वे फाइनल में चेज नहीं करना चाहते थे। वह भी तब जब इसी ग्राउंड पर पाकिस्तान के खिलाफ उन्होंने चेज करने का फैसला किया था और टीम जीती थी।
इस मैच से पहले पूरी टीम इंडिया शानदार खेल दिखा रही थी, लेकिन हमारे टॉप-4 के दो बल्लेबाज बड़े मौके पर प्रेशर नहीं संभाल पाए। गिल स्टार्क की गेंद पर खराब शॉट खेलकर आउट हुए। वहीं, अय्यर ऑफ स्टंप के बाहर की गेंद को छेड़ते हुए आउट हुए।
81 रन पर 3 विकेट गिरने के बाद केएल राहुल बैटिंग करने उतरे। उन्होंने विराट कोहली कासाथ तो दिया, लेकिन कुछ ज्यादा ही धीमी बैटिंग की। उन्होंने ग्लेन मैक्सवेल और ट्रैविस हेड जैसे पार्ट टाइम स्पिनर्स के सामने भी अटैक नहीं किया। जिस कारण ऑस्ट्रेलिया मैच में हावी हो गया। राहुल ने 107 बॉल पर 66 रन बनाए।
240 रन पर ऑलआउट होने के बाद भारतीय गेंदबाजोंकी बारी आई।
टीम ने 47 रन पर ही ऑस्ट्रेलिया के 3 विकेट भी गिरा दिए, लेकिन यहां से टीम ने डिफेंसिव सोच अपना ली।ऑस्ट्रेलिया ने बहुत ही अच्छी गेंदबाजी की और भारतीय बल्लेबाजों को कम रन बनाने पर मजबूर किया। ऑस्ट्रेलिया गेंदबाजों ने भी शानदार खेल दिखाया और भारतीय को केवल 240 रन पर ही ऑलआउट कर दिया। लेकिन, ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाजों ने धीमी बैटिंग करके लक्ष्य को पूरा किया और मैच जीत लिया। इसके बाद भारतीय टीम ने फाइनल मैच हारकर खिताब जीतने का मौका गंवा दिया है।
मैच हारने की वजहें
हारने का डर :
आप जीतना चाहते हो, लेकिन मन में डर है कि नहीं जीत सकते!
लोग क्या कहेंगे :
डर बैठ जाना कि हारने पर लोग क्या कहेंगे। समाज, देश इसे कैसे देखेगा !
शर्मिंदा होने का डर :
फेल होने पर दूसरों के सामने शर्मिंदा होने का खौफ!
उम्मीद पर खरा न उतरने का डर :
आप अच्छा करते हैं लेकिन डर है कि लोगों की उम्मीदें पूरी नहीं कर पाएंगे!
कई बार, लोग जीतने में समर्थ नहीं महसूस करते :और इसका डर करते हैं, जिससे हारने का खौफ उत्पन्न होता है।
कई बार टीमें अच्छी बैटिंग करने की बजाय :चेस और मैच के दौरान प्रेशर के कारण कम रन बना लेती हैं।
बल्लेबाज अच्छी बैटिंग नहीं कर पा रहे हैं : तो उनके द्वारा बनाए जाने वाले कम रन टीम को मैच में कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है !
2013 की चैंपियंस ट्रॉफी के बाद से जितने भी ICC टूर्नामेंट हुए हैं, उनमें टीम इंडिया मैच जीतने के लिहाज से सबसे कामयाब टीम है। भारत ने तब से अब तक अलग-अलग ICC टूर्नामेंट के 44 लीग मैचों में से 38 जीते हैं। यानी भारत ने 86% लीग मैच जीते हैं। वहीं, भारतीय टीम इस दौरान 10 में से 9 टूर्नामेंट में नॉकआउट राउंड में बाहर हुई। यानी 90% मौकों पर भारत को एग्जिट टिकट नॉकआउट राउंड में ही मिला।